कुतुबमीनार।। इतिहास।। कुतुब परिसर में ये नही देखा तो ??।। Don't Forget to See।।
दिल्ली के पर्यटन स्थलों में सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले स्थानों में से एक कुतुब मीनार दिल्ली के मेहरौली क्षेत्र में स्थित है। यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में देश विदेश से पर्यटक आते हैं। यह भारतीय इतिहास की अद्भुत कला का एक प्रतीक है। कुतुब परिसर इतिहास की कई महत्वपूर्ण घटनाओं को समेटे हुए है। यहां दिल्ली सल्तनत के कई शासकों के कब्र मौजूद हैं। |
कुतुब मीनार: दूर से लिया गया चित्र |
कुतुब मीनार का इतिहास
यदि आप कुतुब मीनार घूमने का प्लान कर रहे हैं तो उसका थोड़ा सा इतिहास जानना जरूरी है
- कुतुब मीनार की नीव मुहम्मद गोरी का गुलाम तथा गुलाम वंश के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1193 ईस्वी में रखी।
- मीनार की दूसरी, तीसरी तथा चौथी मंजिल कुतुबुद्दीन ऐबक के दामाद तथा उसका उत्तराधिकारी समसुद्दीन इल्तुतमिश ने बनवाई।
- मीनार की पांचवी(सबसे आखिरी) मंजिल का निर्माण फिरोजशाह तुगलक ने सन 1368 में करवाया।
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कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद से मीनार का दृश्य |
कुतुब मीनार की बनावट
- कुतुब मीनार को बनाने के लिए लाल सैंड स्टोन का उपयोग किया गया।
- इसकी ऊंचाई 72.5 मीटर तथा आधार का व्यास 14.3 मीटर है सबसे ऊपर का व्यास 2.75 मीटर है।
- इसमें कुल 379 सीढियां हैं।
- मीनार पर कुरान की आयतों की बहुत कुशल कारीगरी की गई है।
- यह मीनार बलुआ पत्थरों से बनी भारत की सबसे ऊंची मीनार है।
- इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
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कुतुब मीनार |
कुतुब मीनार के परिसर में इन्हे भी देखें
आप कुतुब मीनार जब भी घूमने जा रहे हैं तो वहां नीचे दिए गए सभी स्मारकों को भी अवश्य देख कर आएं
1.कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद
यह कुतुब परिसर में स्थित एक मस्जिद है जिसे कुतुबुद्दीन ऐबक के बाद के शासकों ने और बढ़ाया। यह पूरा खुला हुआ मस्जिद है तथा बीच में आंगन है।
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कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद |
2.अलाई मीनार
इसकी कहानी दिलचस्प है। भारत का खूंखार शासक अलाउद्दीन खिलजी कुतुब मीनार से से दोगुना आकार का मीनार बनाना चाहता था। उसने निर्माण शुरू किया और एक मंजिल ही बना सका। इसकी ऊंचाई 25 मीटर है। |
अलाई मीनार |
3.अलाई दरवाजा
यह कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद का दक्षिणतम द्वार है जिसे अलाउद्दीन खिलजी ने बनवाया था। |
कुतुब मीनार के बगल में अलाई दरवाजा |
4.इल्तुतमिश का मकबरा
कुतुब परिसर में ही समसुद्दीन अल्तमश(इल्तुतमिश) का मकबरा स्थित है जिसका निर्माण सन 1235 में हुआ था। |
इल्तुतमिश का मकबरा |
5.अलाउद्दीन खिलजी का मकबरा
6.इमाम जामिन का मकबरा
7.लौह स्तंभ
लौह स्तंभ के निर्माण काल में इतिहासकारों में मतभेद है। कुछ के अनुसार यह चंद्रगुप्त विक्रमादित्य द्वारा लगभग चौथी शताब्दी में बनवाया गया। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार इसका निर्माण 912 ईसा पूर्व में हुआ था। इसकी ऊंचाई 7 मीटर है। दिलचस्प बात ये है कि इसमें लोहे की मात्रा 98% होने के बावजूद यह जंग से सुरक्षित है। |
लौह स्तंभ |
उम्मीद करता हूं दोस्तो कुतुब मीनार तथा उसके परिसर के बारे में आपको घूमने लायक जानकारी मिल गई होगी।
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I like it 👌👌
ReplyDeleteNice bro!!
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